जिन्हें छोड़ा, उन्हीं के सामने साबित कर दिया दम—सरफराज का शतक चयनकर्ताओं के नाम चुपचाप पैग़ाम
चयनकर्ताओं ने भले ही उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया हो, लेकिन सरफराज खान ने अपने बल्ले से जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इंग्लैंड दौरे से पहले खेले गए इंट्रा-स्क्वॉड मैच में इंडिया ए के लिए खेलते हुए उन्होंने 76 गेंदों पर 101 रनों की धमाकेदार पारी खेली। खास बात ये रही कि यह शतक उन्होंने उन्हीं अजीत अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण की आंखों के सामने जड़ा, जिन्होंने उन्हें अंतिम टीम से बाहर रखा था। इस पारी के बाद सरफराज रिटायर आउट हो गए, लेकिन तब तक चयनकर्ताओं की नज़र में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके थे।
बंद दरवाजों के भीतर लहराया बल्ला, लेकिन संदेश पूरी दुनिया तक पहुंच गया
यह मुकाबला मीडिया और फैंस से पूरी तरह दूर, बंद दरवाजों के पीछे खेला गया था। लेकिन सरफराज की बैटिंग ने हर दीवार लांघ दी। 15 चौके और 2 छक्कों से सजी उनकी पारी ने ये साफ कर दिया कि मौका चाहे कितना भी सीमित हो, वो अपने प्रदर्शन से दरवाज़ा खटखटाना नहीं, तोड़ना जानते हैं। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में भी उन्होंने 92 रन की पारी खेली थी। अब इस शतक ने उनके चयन की संभावनाओं को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है।
10 किलो वजन घटाया, खुद को ढाला – फिर भी नज़रअंदाज़?
सरफराज ने इस सीरीज से पहले न सिर्फ बल्लेबाजी पर काम किया, बल्कि अपनी फिटनेस पर भी जमकर मेहनत की। उन्होंने 10 किलो वजन घटाया और स्विंग गेंदबाज़ी के खिलाफ अपनी तकनीक को सुधारने के लिए लंबा समय बिताया। इंग्लैंड की पिचों पर सफल होने के लिए जरूरी तैयारी के बावजूद जब उनका नाम 18 सदस्यीय मुख्य टीम में नहीं आया, तो सवाल उठे। लेकिन इस युवा खिलाड़ी ने निराश होने के बजाय बल्ले से प्रतिक्रिया दी—शब्दों से नहीं।
बुमराह-सिराज दिखे फीके, सरफराज का चमकना बन गया बड़ी खबर
जहां एक ओर जसप्रीत बुमराह विकेट लेने के लिए जूझते नजर आए और सिराज ने सात रन प्रति ओवर की दर से रन लुटाए, वहीं सरफराज खान की पारी पूरे मैच की सबसे आकर्षक कहानी बन गई। इंडिया ए की पारी 299/6 पर खत्म हुई, जिसमें साई सुदर्शन (38 रन), ईशान किशन (45 रन) जैसे बल्लेबाजों ने भी योगदान दिया, लेकिन सभी का फोकस सरफराज की शतकीय पारी पर ही रहा। शुभमन गिल और केएल राहुल ने पहले दिन अर्धशतक जमाए थे, पर दूसरे दिन का सितारा कोई और था।
छठे टेस्ट के बाद से लगातार नज़रअंदाज़, अब वक्त है दोबारा सोचने का?
सरफराज ने भारत के लिए 6 टेस्ट में 371 रन बनाए हैं, जिसमें एक शानदार 150 रन की पारी भी शामिल है। लेकिन उसके बाद से उनके साथ सिलसिला बनता नहीं दिखा। न्यूजीलैंड के खिलाफ औसत प्रदर्शन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका न मिलने के बाद वे सीन से लगभग गायब ही रहे। लेकिन अब जब उन्होंने फिर से प्रदर्शन से खुद को सामने लाया है, तो क्या चयनकर्ता इस बार नज़रअंदाज़ कर पाएंगे? सवाल चयनकर्ताओं के पाले में है – जवाब वक्त देगा।
ऐसी और खास क्रिकेट स्टोरीज़ के लिए जुड़िए IPLJankariHindi.com से!