ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने आईपीएल 2025 के शेष सीजन में हिस्सा लेने से मना कर दिया है। दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे स्टार्क ने यह फैसला भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुई संघर्ष की वजह से लिया है। उनके इस निर्णय ने न केवल दिल्ली कैपिटल्स की प्लेऑफ्स की उम्मीदों को झटका दिया है, बल्कि उनके अनुबंध की कुछ राशि कटने की भी संभावना है।
धर्मशाला में सुरक्षा स्थिति से स्टार्क हुए चिंतित
स्टार्क धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मैच में टीम का हिस्सा थे। इस दौरान स्टेडियम के पास पाकिस्तान की ओर से ड्रोन अटैक हुआ, जिसके चलते वहां ब्लैकआउट हो गया और खिलाड़ियों को तुरंत दिल्ली रेलवे स्टेशन के रास्ते सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। इस घटना ने स्टार्क समेत कई विदेशी खिलाड़ियों में असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया।
आईपीएल से हटने का कारण
AAP की रिपोर्ट के अनुसार, स्टार्क ने भारत लौटकर लीग के शेष मैचों में हिस्सा न लेने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि इस तनावपूर्ण स्थिति में वे खुद को और अपनी टीम को मानसिक और शारीरिक परेशानियों में नहीं डालना चाहते। यह फैसला न केवल सुरक्षा बल्कि आगामी ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की तैयारी को ध्यान में रखकर भी लिया गया है, जो 11 जून से लॉर्ड्स में शुरू होने वाली है।
आर्थिक झटका
स्टार्क का यह निर्णय उन्हें आर्थिक चोट भी पहुंचाएगा। दिल्ली कैपिटल्स के साथ उनके अनुबंध की शर्तों के अनुसार, अगर वे प्लेऑफ्स में हुए मैचों में नहीं खेलते हैं तो उन्हें लगभग $450,000 का नुकसान हो सकता है। यदि टीम फाइनल तक पहुंचती है, तो स्टार्क को उनके अनुबंध मूल्य का एक बड़ा हिस्सा गंवाना पड़ेगा।
दिल्ली कैपिटल्स की प्लेऑफ की उम्मीदों पर असर
स्टार्क की अनुपस्थिति दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक बड़ा झटका है। टीम ने उनके स्थान पर बांग्लादेशी तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान को जोड़ा है, जो पहले से ही जैक फ्रेजर मैकगर्क की अनुपस्थिति को भरने के लिए टीम में शामिल हुए थे। हालांकि, प्लेऑफ्स के लिए इन परिवर्तनों के बावजूद, स्टार्क जैसा अनुभवी गेंदबाज टीम के लिए एक बड़ा योगदान दे सकता था।
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कठिन समय पर साथी खिलाड़ियों का समर्थन
स्टार्क की पत्नी और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम की कप्तान एलिसा हीली ने इस स्थिति को “भयावह” बताया। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूरे समूह में बहुत चिंता थी क्योंकि किसी के पास साफ जानकारी नहीं थी कि वास्तव में हो क्या रहा है। यह हमें मानसिक रूप से सबसे कठिन लगा।”
मिचेल स्टार्क का आईपीएल के शेष सीजन से नाम वापस लेना न केवल दिल्ली कैपिटल्स के लिए चुनौतीपूर्ण है बल्कि यह घटना लीग में सुरक्षा और खिलाड़ियों के मनोबल पर भी सवाल उठाती है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली कैपिटल्स इस चुनौती का सामना कैसे करती है और प्लेऑफ्स की दौड़ में खुद को बनाए रखती है।