Live Button LIVE

कुलदीप यादव का बड़ी बात: शुभमन गिल टेस्ट कप्तान बनने के लिए पूरी तरह से तैयार

कुलदीप यादव बोले शुभमन गिल टेस्ट कप्तानी के लिए तैयार

शुरुआत से पहले ही मिला भरोसे का साथ, कुलदीप को नजर आया गिल में लीडर का मिजाज

इंग्लैंड दौरे की आहट है, पांच टेस्ट की सीरीज से पहले टीम इंडिया पूरी तरह तैयार है। लेकिन इस बार एक खास बात है — नई शुरुआत, एक नए कप्तान के साथ। शुभमन गिल अब भारत के टेस्ट कप्तान हैं और उन्हें पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मगर ये नई जिम्मेदारी उनके लिए बोझ नहीं, बल्कि आत्मविश्वास का मौका बनती दिख रही है। कम से कम कुलदीप यादव की नजरों में तो यही कहानी है। इंट्रा स्क्वॉड मुकाबले के दौरान कुलदीप ने खुलकर कहा कि गिल अब टीम को लीड करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।


‘गिल में अब वो झलक दिखती है जो सीनियर कप्तानों में होती थी’ – कुलदीप यादव

कुलदीप यादव, जो खुद अब टेस्ट टीम के एक अनुभवी गेंदबाज बनते जा रहे हैं, ने शुभमन के नेतृत्व की तारीफ कुछ इस अंदाज में की कि वह केवल एक बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि टीम को साथ लेकर चलने वाले कप्तान भी बन गए हैं। कुलदीप ने कहा –

“गिल ने रोहित शर्मा और अन्य सीनियर्स से बहुत कुछ सीखा है, अब वही अनुभव उनके फैसलों में झलक रहा है। वह टीम की ऊर्जा को बढ़ा रहे हैं, सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास कर रहे हैं। वह बहुत मोटिवेटेड दिख रहे हैं। मुझे अब उनमें वो बात दिखती है जो सीनियर कप्तानों में होती थी।”

यह गवाही सिर्फ किसी दोस्ती की तारीफ नहीं, बल्कि एक साथी खिलाड़ी का आंतरिक विश्वास है, जो मैदान में टीम के साथ खड़ा होता है।


गेंद से आत्मविश्वास और रणनीति में रवि भाई का असर

जहां शुभमन कप्तानी की कमान संभाल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुलदीप खुद एक बड़े मोर्चे पर हैं — आर. अश्विन के रिटायरमेंट के बाद स्पिन अटैक की अगुवाई। इंट्रा स्क्वॉड मुकाबले में उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की और पिच से सहायता मिलने पर पूरी तरह आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए। इस आत्मविश्वास की एक खास वजह भी है — रवींद्र जडेजा के साथ बिताया समय।

कुलदीप कहते हैं:

“मैं जड्डू भाई के साथ काफी वक्त बिता रहा हूं — मैदान में भी और बाहर भी। हमने फील्ड प्लेसमेंट, रणनीति, बल्लेबाजों की सोच जैसी कई बातों पर चर्चा की। इससे मुझे काफी मदद मिली है। एक स्पिनर के तौर पर उनके अनुभव से सीखना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”

जडेजा ने इंग्लैंड में अब तक 12 टेस्ट खेले हैं, जबकि कुलदीप ने सिर्फ एक टेस्ट में 9 ओवर फेंके हैं। ऐसे में यह मार्गदर्शन उनके लिए बेहद जरूरी है, खासकर इस चुनौतीपूर्ण सीरीज में।


जब कप्तान और गेंदबाज दोनों एक जैसी ऊर्जा से भरे हों

टीम इंडिया के इस इंग्लैंड दौरे की खासियत यही है कि यहां एक युवा कप्तान और एक प्रेरित स्पिनर की जोड़ी सामने आ रही है। जहां एक ओर शुभमन गिल एक नई भूमिका में खुद को साबित करने निकले हैं, वहीं कुलदीप यादव भी एक नई जिम्मेदारी को गले लगाते नजर आ रहे हैं। दोनों की ये साझेदारी आने वाले दिनों में भारत की टेस्ट टीम की एक नई पहचान गढ़ सकती है — जोश, योजना और आत्मविश्वास की तिकड़ी के साथ।

ऐसी और खास क्रिकेट स्टोरीज़ के लिए जुड़िए IPLJankariHindi.com से!

Australia ने ICC फाइनल का 4वां मौका गंवाया: 1975, 1996, 2010 और अब 2025 

Share:

WhatsApp
Telegram
Facebook
Twitter
LinkedIn