रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की ऐतिहासिक जीत में जोश हेजलवुड का प्रदर्शन शानदार रहा। फाइनल में प्रियांश आर्य जैसे आक्रामक बल्लेबाज़ को आउट कर उन्होंने टीम को मज़बूत शुरुआत दिलाई। पूरे सीज़न में उन्होंने 22 विकेट झटके और RCB को पहली बार IPL चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन इस कामयाबी के बीच अब उनके फैसले पर आलोचना शुरू हो गई है।
मिचेल जॉनसन का सवाल – IPL पहले या देश?
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धुरंधर गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने यह मुद्दा उठाया है कि जब ऑस्ट्रेलिया की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने जा रही थी, तब हेजलवुड IPL में व्यस्त थे। जॉनसन ने कहा कि ऐसे फैसलों से लोगों को हेजलवुड की राष्ट्रीय टीम के प्रति प्रतिबद्धता पर शक हो सकता है।
जब आईपीएल ने बना दी प्राथमिकता, और WTC रहा पीछे
WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का मुक़ाबला दक्षिण अफ्रीका से हुआ। इस अहम मुकाबले में हेजलवुड खेले ज़रूर, लेकिन प्रभाव नहीं छोड़ पाए। दो ही विकेट मिले और ऑस्ट्रेलिया 5 विकेट से हार गया। जॉनसन मानते हैं कि अगर IPL की बजाय तैयारी पर ध्यान दिया गया होता तो शायद नतीजा अलग होता।
जॉनसन खुद भी खेल चुके हैं IPL, लेकिन…
मिचेल जॉनसन खुद भी IPL के कई सीजन का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने KKR, MI और पंजाब जैसी टीमों के लिए गेंदबाजी की है। मगर उन्होंने साफ कहा कि जब देश के लिए खेलने की बात आती है, तब प्राथमिकता तय करनी होती है। उन्होंने हेजलवुड के फैसले को “हैरान करने वाला” बताया।
ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाज़ी भविष्य और “बिग फोर” पर सवाल
जॉनसन यहीं नहीं रुके। उन्होंने यह भी कहा कि मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, नाथन लियोन और जोश हेजलवुड की चौकड़ी अब भविष्य के लिए ‘अपरिवर्तनीय’ नहीं मानी जा सकती। सिर्फ एशेज जैसे बड़े मौकों के लिए इन्हें बनाए रखना सही सोच नहीं हो सकती। उन्होंने युवा गेंदबाज़ों को मौके देने की बात कही ताकि आने वाले वर्षों में टीम मज़बूत और संतुलित रहे।
देश पहले या लीग? बहस फिर शुरू
हेजलवुड का यह मामला फिर से उस बहस को हवा देता है जिसमें पूछा जाता है – खिलाड़ियों के लिए क्या पहले आता है? पैसा और लोकप्रियता से भरपूर लीग या देश के लिए सर्वोच्च स्तर पर खेलने की जिम्मेदारी? मिचेल जॉनसन की टिप्पणी इस सवाल को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ले आई है।
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