क्रिकेट में जब कोई खिलाड़ी अपने करियर के पीक पर होता है, तब उससे लंबे और शानदार करियर की उम्मीद की जाती है। लेकिन कुछ दिग्गज खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अपने खेल के सुनहरे दौर में ही इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया। कुछ ने फ्रेंचाइजी लीग को तरजीह दी तो कुछ को चोट और मानसिक थकावट ने रोक दिया। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे ऐसे ही 7 दिग्गज क्रिकेटरों की जिन्होंने कम उम्र में क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर फैंस को चौंका दिया।
🌀 1. सकलैन मुश्ताक – 27 साल की उम्र में विदाई
पाकिस्तान के महान स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने 1995 में डेब्यू किया और केवल 27 की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
- 2003 में आखिरी वनडे और 2004 में आखिरी टेस्ट खेला।
- क्रिकेट छोड़ने के बाद इंग्लैंड में कोचिंग दी और घरेलू क्रिकेट खेला।
🌀 2. निकोलस पूरन – 29 की उम्र में सन्यास से चौंकाया
वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज निकोलस पूरन ने 2023 में आखिरी वनडे और 2024 में आखिरी T20 खेला।
- उन्होंने फ्रेंचाइजी क्रिकेट पर फोकस करने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ा।
- बोर्ड से विवाद की भी चर्चाएं रहीं।
🌀 3. क्विंटन डीकॉक – 30 की उम्र में वनडे और टेस्ट से रिटायर
साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर डीकॉक ने 2021 में टेस्ट और 2023 में वनडे क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया।
- उन्होंने टी20 और IPL को प्राथमिकता दी।
- उनकी गिनती सबसे तेज रिटायर होने वाले ओपनर्स में होती है।
🌀 4. रवि शास्त्री – 30 से पहले ही क्रिकेट को कहा अलविदा
टीम इंडिया के पूर्व कोच और स्टार कमेंटेटर रवि शास्त्री ने 1992 में इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ दिया।
- उन्होंने 1981 में करियर की शुरुआत की थी।
- कोचिंग और कमेंट्री में बनाया शानदार करियर।
🌀 5. एंड्रू फ्लिंटॉफ – 31 की उम्र में आखिरी मैच
इंग्लैंड के ऑलराउंडर फ्लिंटॉफ को घुटने और कमर की चोटों ने खेल से बाहर कर दिया।
- 1998 में डेब्यू और 2009 में आखिरी टेस्ट खेला।
- फिट रहते तो शायद 5 साल और खेल सकते थे।
🌀 6. वकार यूनुस – 32 की उम्र में विदाई
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनुस ने 2003 में सन्यास लिया।
- 1989 में डेब्यू किया और चोटों के चलते जल्दी खेल छोड़ना पड़ा।
- बाद में पाकिस्तान टीम के कोच भी बने।
🌀 7. हेनरिक क्लासन – 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से ब्रेक
साउथ अफ्रीका के क्लासन ने 2025 में इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ा और अब IPL जैसे लीगों पर फोकस कर रहे हैं।
- उन्होंने 2018 में डेब्यू किया था।
- SRH के लिए IPL में सबसे महंगे खिलाड़ी भी बने।
🔚 निष्कर्ष:
क्रिकेट में कम उम्र में रिटायरमेंट अब एक नया ट्रेंड बनता जा रहा है। कभी फिटनेस तो कभी फ्रेंचाइजी लीग का मोह खिलाड़ी को इंटरनेशनल लेवल से दूर ले जाता है। निकोलस पूरन, क्विंटन डीकॉक जैसे खिलाड़ी अगर इंटरनेशनल क्रिकेट में रहते तो उनके रिकॉर्ड और भी चमकते।
अब देखना यह होगा कि क्या आने वाले वर्षों में विराट कोहली, रोहित शर्मा के बाद और भी दिग्गज खिलाड़ी कम उम्र में रिटायरमेंट लेंगे या इस ट्रेंड को रोकने के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे।
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