विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया था। और अब, उनके अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर को अलविदा कहने के कुछ ही दिनों के अंदर, उन्हें काउंटी क्रिकेट खेलने का खास ऑफर मिला है। ऐसा लग रहा है कि उनकी क्लास और काबिलियत का जादू अभी भी दुनियाभर की क्रिकेट जगत में बरकरार है।
मिडलसेक्स से आया ऑफर
मिडलसेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब ने विराट कोहली को अपनी टीम में शामिल करने की इच्छा जताई है। मिडलसेक्स के क्रिकेट निर्देशक एलन कोलमैन ने द टेलीग्राफ को बताया, “विराट कोहली अपनी पीढ़ी के सबसे प्रतिष्ठित खिलाड़ी हैं। स्वाभाविक है, हम उनके साथ बातचीत करना चाहेंगे।”
हालांकि विराट ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि क्या उन्होंने सिर्फ टेस्ट क्रिकेट छोड़ा है या साथ ही फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से भी संन्यास लिया है। लेकिन मिडलसेक्स को उम्मीद है कि उन्हें विराट के साथ इस विषय पर बातचीत करने का मौका मिलेगा।
काउंटी क्रिकेट से कभी न जुड़ पाने का अफसोस
क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली ने अभी तक काउंटी क्रिकेट नहीं खेला है। 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले वह सरे के लिए खेलने वाले थे। उस दौरान उनकी गर्दन की चोट ने उन्हें इस योजना से बाहर कर दिया। अब जबकि वह टेस्ट क्रिकेट से विदा ले चुके हैं, उनके काउंटी क्रिकेट खेलने की संभावना और भी कम हो गई है।
विराट का शानदार टेस्ट करियर
विराट कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। करियर की शुरुआत में उन्हें टीम से बाहर भी किया गया, लेकिन छह महीने में उन्होंने वापसी कर अपनी जगह पक्की कर ली। 2014/15 में एमएस धोनी के बाद विराट ने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली और इतिहास रच डाला।
कप्तानी के रूप में, विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे। उन्होंने अपनी अगुवाई में टीम को 68 टेस्ट में से 40 जीत दिलाई। जनवरी 2022 में जब उन्होंने कप्तानी छोड़ी, तो उनकी जगह रोहित शर्मा ने पद संभाला।
विराट कोहली के आंकड़े भी उनके टेस्ट करियर के ऐतिहासिक होने की गवाही देते हैं। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर नाबाद 254 रन है।
सफेद कपड़ों में विराट को फैंस का इमोशनल अलविदा
क्या विराट अब भी करेंगे फर्स्ट-क्लास क्रिकेट?
विराट के टेस्ट करियर के समाप्ति के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में रुचि दिखाएंगे। उनकी फिटनेस और फॉर्म को देखकर यह कहा जा सकता है कि उनकी बल्लेबाज़ी में अभी भी कुछ साल और बाकी हैं। काउंटी क्रिकेट उनके लिए उन परिस्थितियों में खेलने का मौका हो सकता है, जहां उन्हें टेस्ट करियर के दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
क्रिकेट के लिए विरासत
विराट कोहली जैसे खिलाड़ी क्रिकेट में बार-बार नहीं आते। उनके टेस्ट करियर की विदाई के साथ उनकी विरासत हमेशा बरकरार रहेगी। चाहे वह काउंटी क्रिकेट खेलें या अपनी बल्लेबाज़ी केवल सीमित ओवरों तक सीमित करें, उनकी कहानी क्रिकेट प्रेमियों को प्रेरित करती रहेगी।
काउंटी क्रिकेट का यह ऑफर बताता है कि विराट कोहली का प्रभाव और प्रतिष्ठा केवल भारत तक सीमित नहीं है। यह दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों और संस्थानों के दिल में उनकी गहरी छाप का परिणाम है। चाहे वह यह ऑफर स्वीकार करें या नहीं, विराट कोहली का योगदान और विरासत हमेशा अद्वितीय रहेगी।